A SIMPLE KEY FOR पारद शिवलिंग किसे कहते हैं UNVEILED

A Simple Key For पारद शिवलिंग किसे कहते हैं Unveiled

A Simple Key For पारद शिवलिंग किसे कहते हैं Unveiled

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शक्ति सिंह/ कोटा. हाड़ौती संभाग में यूं तो कई प्राचीन शिवमंदिर हैं, जिनमें कई सदियों पुराने शिवलिंग स्थापित हैं. लेकिन, कोटा के स्टेशन इलाके में मौजूद श्री राम मंदिर में एक विशेष प्रकाद का शिवलिंग स्थापित है, जिसे पुराणों में पारद शिवलिंग कहा जाता है. इसका नाम पारद पड़ने की पीछे की वजह भी काफी खास है.

- घी से अभिषेक करने से वंश विस्तार होता है।

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पारद शिवलिंग को घर मे रखा जा सकता है ये आप किसी भी वजन और ऊंचाई का रख सकते है। 

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मेषवृषभमिथुनकर्कसिंहकन्यातुलावृश्चिकधनुमकरकुंभमीन ज्योतिष

ग्रह दोष निवारण: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पारद शिवलिंग की पूजा से ग्रहों click here के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।

पारद शिवलिंग ज्या घरात असेल तेथे अकाल मृत्यू चे भय राहत नाही.

पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग क्यों है खास ? घर में इनकी पूजा करने के लिए क्या है लाभ

दध्ना च पशुकामाय श्रिया इक्षुरसेन वै।।

ऐसा माना जाता है कि पारद शिवलिंग की पूजा करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। 

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रोज अभिषेक करताना नमः शिवाय मंत्र म्हणावा , 

मार्केट में विभिन्न तरह के शिवलिंग मिलते हैं। लेकिन हर किसी को घर में रखना शुभ नहीं माना जाता है। घर में पारद शिवलिंग रखना चाहिए जो चांदी और पारे से मिलकर बना होता है। इसके अलावा स्फटिक शिवलिंग रखना शुभ माना जाता है। यह एक पारदर्शी शिवलिंग होगा। इसके अलावा नर्मदेश्वर शिवलिंग भी रख सकते हैं। यह शिवलिंग नर्मदा नदी के किनारे ही पाए जाते हैं। इन्हें वहां से मंगा सकते हैं। शिवलिंग के साथ रखें ये तस्वीर

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